परिचय:
जब भी भारतीय नाश्ते या लंच की बात होती है, तो जो पहला नाम ज़ेहन में आता है — “आलू परांठा”। पंजाब की मिट्टी से निकली यह पारंपरिक डिश अब देशभर में और दुनिया के कई हिस्सों में भी लोकप्रिय हो चुकी है। यह ना केवल पेट भरता है बल्कि आत्मा तक को तृप्त कर देता है।

आलू परांठे का महत्व:
आलू परांठा केवल एक व्यंजन नहीं है, यह एक अनुभव है। इसे घी या मक्खन के साथ गरमा-गरम परोसा जाए तो स्वाद दोगुना हो जाता है। सुबह की शुरुआत हो या शाम की भूख – आलू परांठा हर वक्त दिल को भा जाता है।
बच्चों को हो या बड़ों को, सबके मनपसंद व्यंजनों की सूची में इसका नाम ज़रूर होता है।
सामग्री (Ingredients):
🫓 परांठे के लिए आटा:
- गेहूं का आटा – 2 कप
- नमक – ½ छोटा चम्मच
- पानी – आवश्यकता अनुसार
- तेल – 1 छोटा चम्मच (मोयन के लिए)
🥔 भरावन (स्टफिंग) के लिए:
- उबले हुए आलू – 4 मध्यम आकार के
- हरी मिर्च – 2 बारीक कटी हुई
- अदरक – 1 छोटा चम्मच (कद्दूकस किया हुआ)
- धनिया पत्ती – 2 बड़े चम्मच बारीक कटी
- नमक – स्वाद अनुसार
- लाल मिर्च पाउडर – ½ छोटा चम्मच
- अमचूर पाउडर – ½ छोटा चम्मच
- गरम मसाला – ¼ छोटा चम्मच
- जीरा – ½ छोटा चम्मच (तलने से पहले तड़के में डाल सकते हैं)
विधि (तरीका):
1. आटा गूंधना:
एक परात या बाउल में गेहूं का आटा लें। उसमें थोड़ा नमक और 1 छोटा चम्मच तेल मिलाएं। धीरे-धीरे पानी मिलाकर नरम आटा गूंथ लें। इसे ढककर 15-20 मिनट के लिए रख दें।
2. स्टफिंग तैयार करना:
उबले हुए आलू को छीलकर अच्छे से मैश करें। उसमें हरी मिर्च, अदरक, धनिया पत्ती, मसाले और नमक मिलाकर एकसार कर लें। ध्यान रखें कि मिश्रण में पानी न हो, वरना परांठा फट सकता है।
3. परांठा बेलना:
आटे की मध्यम लोइयाँ बनाएं। एक लोई लें और हल्के बेलकर बीच में स्टफिंग रखें। अब उसे चारों तरफ से बंद करें और हल्के हाथ से बेलें। बेलते समय आटा छिड़कते रहें ताकि परांठा चिपके नहीं।
4. सेंकना:
तवा गरम करें। अब परांठा रखें और दोनों तरफ से हल्का सेंक लें। फिर थोड़ा घी या मक्खन लगाकर दोनों तरफ से सुनहरा और कुरकुरा होने तक सेंकें।
परोसने के तरीके (Serving Ideas):
- दही और अचार के साथ: क्लासिक पंजाबी स्टाइल।
- मक्खन के साथ: हर बाइट में घुलता स्वाद।
- चाय के साथ: एक संडे ब्रंच का परफेक्ट साथी।
स्वास्थ्य सुझाव:
हालाँकि आलू परांठा स्वादिष्ट होता है, पर यदि आप हेल्थ कॉन्शियस हैं, तो:
- इसे तवे पर कम तेल में सेकें।
- गेहूं के साथ बाजरे या जौ का आटा मिलाएं।
- आलू की जगह कभी-कभी पनीर, मिक्स वेजिटेबल या स्प्राउट्स ट्राई करें।
निष्कर्ष:

आलू परांठा भारतीय रसोई की आत्मा है। चाहे सुबह की शुरुआत हो या देर रात की भूख – यह हर बार दिल को जीत लेता है। हर घर में इसकी रेसिपी थोड़ी अलग हो सकती है, लेकिन इसकी आत्मा वही है – घर जैसा स्वाद, माँ जैसा प्यार।
क्या आपने कभी अपने अंदाज़ में आलू परांठा बनाया है? नीचे कमेंट करके बताएं!