भारतीय क्रिकेट के चमकते सितारे और आधुनिक युग के महान बल्लेबाज़ विराट कोहली ने आज टेस्ट क्रिकेट से संन्यास लेने की घोषणा की। यह खबर सामने आते ही क्रिकेट प्रेमियों के बीच भावनाओं का सैलाब उमड़ पड़ा। कोहली ने सोशल मीडिया पर एक भावुक संदेश के ज़रिए अपने फैसले की जानकारी दी, जिसमें उन्होंने टीम इंडिया, बीसीसीआई, अपने फैन्स और परिवार का आभार जताया।

जनसंवाद
🏏 विराट का टेस्ट करियर: आंकड़ों में महानता
- डेब्यू: 2011, वेस्ट इंडीज़ के खिलाफ
- मैच खेले: 113 टेस्ट
- रन बनाए: 8,848 रन
- शतक: 29 शतक
- औसत: 49.3
- बेस्ट स्कोर: 254* रन
कोहली न केवल एक बेहतरीन बल्लेबाज़ थे, बल्कि उन्होंने कप्तान के तौर पर भी भारतीय टीम को नई ऊँचाइयों तक पहुँचाया। उनकी कप्तानी में भारत ने विदेशी सरज़मीं पर ऐतिहासिक जीत दर्ज कीं, विशेषकर ऑस्ट्रेलिया में।
कप्तान विराट: जुनून और जज़्बे की मिसाल
विराट कोहली का टेस्ट कप्तानी रिकॉर्ड भारतीय क्रिकेट के इतिहास में स्वर्ण अक्षरों में लिखा जाएगा। उन्होंने 68 टेस्ट मैचों में भारत की कप्तानी की, जिनमें से 40 में जीत दर्ज की — यह किसी भी भारतीय कप्तान का सर्वश्रेष्ठ रिकॉर्ड है।
उनका आक्रामक रवैया, फिटनेस को लेकर गंभीरता, और खेल के प्रति समर्पण युवा खिलाड़ियों के लिए प्रेरणा रहा है।
💬 कोहली का बयान:
“टेस्ट क्रिकेट मेरे लिए सम्मान और गर्व का विषय रहा है। यह खेल का सबसे कठिन और सबसे सच्चा फॉर्मेट है। अब समय है कि मैं नई पीढ़ी को अवसर दूं और खुद को सीमित ओवरों के खेल में केंद्रित करूं।”
क्या आगे IPL और ODI/T20 खेलेंगे?
विराट कोहली ने साफ किया कि वह अभी ODI और T20 क्रिकेट खेलते रहेंगे, और IPL में अपनी फ्रेंचाइज़ी RCB के लिए खेलना जारी रखेंगे। ऐसे में उनके फैन्स को पूरी तरह निराश होने की जरूरत नहीं है।
क्रिकेट जगत की प्रतिक्रियाएं:
विराट के इस फैसले के बाद सचिन तेंदुलकर, रोहित शर्मा, स्टीव स्मिथ और कई दिग्गज खिलाड़ियों ने उन्हें बधाई दी और उनके योगदान को ‘अद्वितीय’ बताया।
✍️ निष्कर्ष:
विराट कोहली का टेस्ट क्रिकेट से संन्यास एक युग के अंत जैसा है। उन्होंने इस फॉर्मेट को अपना सर्वश्रेष्ठ दिया और दुनियाभर में भारतीय टेस्ट क्रिकेट का मान बढ़ाया। अब जब वह मैदान पर सफेद जर्सी में नहीं दिखेंगे, तो एक खालीपन ज़रूर महसूस होगा, लेकिन उनकी विरासत हमेशा प्रेरणा देती रहेगी।