✍️ भूमिका
Rajasthan Computer Education Center, Khajuwala आज युवाओं और महिलाओं के लिए नई उम्मीद लेकर आया है। यह केंद्र भारत सरकार की समर्थ योजना के तहत चल रहा है और यहां पर सिलाई प्रशिक्षण केंद्र तथा गारमेंट चेकर कोर्स जैसे रोजगारपरक कार्यक्रम संचालित हो रहे हैं
भारत सरकार के वस्त्र मंत्रालय (Ministry of Textiles) की महत्वाकांक्षी योजना समर्थ कौशल विकास केंद्र (Samarth Scheme for Capacity Building in Textile Sector) अब (Rajasthan Computer Education Center,) खाजूवाला के युवाओं और महिलाओं के लिए नई उम्मीद लेकर आई है।
यह योजना विशेष रूप से सिलाई प्रशिक्षण (Stitching Training) और गारमेंट चेकर (Garment Checker) कोर्स के माध्यम से स्थानीय स्तर पर रोजगार और आत्मनिर्भरता के द्वार खोल रही है। (Rajasthan Computer Education Center, )

Rajasthan Computer Education Center, Khajuwala न केवल स्थानीय युवाओं को आत्मनिर्भर बना रहा है बल्कि उन्हें टेक्सटाइल और रेडीमेड गारमेंट इंडस्ट्री से जोड़कर रोजगार भी दिला रहा है।
सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त यह संस्थान हर छात्र को प्रमाणित प्रशिक्षण और उज्ज्वल भविष्य की गारंटी देता है।
आज के समय में जब रोजगार पाना चुनौती बन गया है, ऐसे में Rajasthan Computer Education Center, Khajuwala एक मजबूत आधार बनकर सामने आया है।
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✨ संस्थान का पूरा परिचय
📍Rajasthan Computer Education Center, Khajuwala
Address
Opp.- SBI Bank Sadar bazar Tah. – Khajuwala Dist.- Bikaner 334023 Rajasthan
यह केंद्र उन युवाओं और महिलाओं के लिए एक आदर्श स्थान है जो कपड़ा उद्योग में करियर बनाना चाहते हैं। यहां प्रशिक्षण पूरी तरह से निःशुल्क उपलब्ध कराया जाता है और प्रशिक्षण पूरा होने पर भारत सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त प्रमाणपत्र (Certificate) भी दिया जाता है।
📑 कोर्स की मुख्य जानकारी
⏳ कोर्स की अवधि
- कुल समय: 60 दिन
- प्रतिदिन व्यावहारिक व सैद्धांतिक प्रशिक्षण
🎯 आयु सीमा
- न्यूनतम: 18 वर्ष
- अधिकतम: 40 वर्ष
📘 शैक्षणिक योग्यता
- कक्षा 5, 8 या 10वीं पास भी आवेदन कर सकते हैं
- अन्य मान्य शैक्षणिक प्रमाण पत्र भी स्वीकार्य हैं
📝 आवश्यक दस्तावेज़
- आधार कार्ड
- 2 पासपोर्ट साइज फोटो
- बैंक पासबुक की कॉपी
- शैक्षणिक योग्यता का प्रमाण पत्र
🧵 सिलाई प्रशिक्षण केंद्र (Stitching Training Center)
(Rajasthan Computer Education Center, Khajuwala)

यह कोर्स विशेष रूप से महिलाओं और युवाओं को आधुनिक सिलाई मशीनों पर प्रशिक्षण देने के लिए शुरू किया गया है।
- घरेलू कपड़ों की सिलाई से लेकर गारमेंट इंडस्ट्री तक के कौशल सिखाए जाते हैं।
- व्यावसायिक स्तर पर बुटीक या दर्जी की दुकान शुरू करने की योग्यता मिलती है।
- महिलाएं इस कोर्स से आत्मनिर्भर बन सकती हैं और स्वरोजगार शुरू कर सकती हैं।
👕 गारमेंट चेकर कोर्स (Garment Checker Course)
(Rajasthan Computer Education Center, Khajuwala)

(Rajasthan Computer Education Center, Khajuwala)
टेक्सटाइल और गारमेंट उद्योग में क्वालिटी चेकिंग का बड़ा महत्व है। इस कोर्स में:
- कपड़ों की गुणवत्ता जांचने की प्रक्रिया सिखाई जाती है।
- उत्पादन से लेकर फिनिशिंग तक हर चरण का प्रशिक्षण मिलता है।
- प्रशिक्षण के बाद गारमेंट इंडस्ट्री, एक्सपोर्ट हाउस और फैक्ट्रियों में आसानी से नौकरी मिल सकती है।
🎁 सरकार द्वारा मिलने वाले लाभ
- निःशुल्क प्रशिक्षण (Free Training)
- स्टडी मटेरियल और ट्रेनिंग किट
- सरकारी मान्यता प्राप्त प्रमाणपत्र
- रोजगार सहायता और प्लेसमेंट
🌟 प्रधानमंत्री का विज़न और योजना का उद्देश्य
- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने आत्मनिर्भर भारत अभियान के तहत युवाओं को टेक्सटाइल सेक्टर में रोजगार देने की दिशा में यह योजना शुरू की।
- भारत का टेक्सटाइल उद्योग दूसरा सबसे बड़ा रोजगार प्रदाता है।
- इस सेक्टर में प्रशिक्षित युवाओं की हमेशा मांग बनी रहती है।
- समर्थ योजना के माध्यम से ग्रामीण और शहरी दोनों वर्गों के युवा लाभान्वित होंगे।
💼 प्रशिक्षण के बाद रोजगार के अवसर
- स्थानीय बुटीक और दर्जी कार्यशालाओं में काम
- रेडीमेड गारमेंट इंडस्ट्री में रोजगार
- गारमेंट एक्सपोर्ट हाउस में क्वालिटी चेकर
- स्वयं का व्यवसाय शुरू करने का अवसर
🎓 क्यों चुनें खाजूवाला का यह केंद्र?
- अनुभवी और प्रशिक्षित ट्रेनर
- आधुनिक मशीनों और उपकरणों की सुविधा
- पूरी तरह से प्रैक्टिकल और रोजगार-उन्मुख प्रशिक्षण
- 100% सरकारी समर्थन और प्रमाणपत्र
🌸 सफलता की कहानियाँ (Success Stories)
👉 सीमा देवी (खाजूवाला निवासी) – पहले गृहिणी थीं, लेकिन सिलाई प्रशिक्षण पूरा करने के बाद उन्होंने अपना बुटीक शुरू किया और अब हर महीने ₹15,000 से ₹20,000 तक कमा रही हैं।
👉 राहुल कुमार – गारमेंट चेकर कोर्स पूरा करने के बाद उन्हें बीकानेर की एक रेडीमेड फैक्ट्री में नौकरी मिली। अब वे स्थायी आय अर्जित कर अपने परिवार की मदद कर रहे हैं।
👉 अनिता कुमारी – प्रशिक्षण के दौरान ही उन्हें आधुनिक सिलाई मशीन पर काम करने का इतना अनुभव मिला कि उन्होंने ऑनलाइन कपड़ों का बिज़नेस शुरू कर दिया और अब डिजिटल मार्केट से ग्राहक बना रही हैं।
📊 लोकल और राष्ट्रीय स्तर पर टेक्सटाइल इंडस्ट्री का महत्व
भारत का टेक्सटाइल उद्योग सिर्फ देश में ही नहीं बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी रोजगार का बड़ा स्रोत है।
- इस सेक्टर में करीब 4.5 करोड़ लोग प्रत्यक्ष रूप से और 6 करोड़ से अधिक लोग अप्रत्यक्ष रूप से कार्यरत हैं।
- राजस्थान जैसे राज्यों में कपड़ा उद्योग की बड़ी मांग रहती है, खासकर बीकानेर, जयपुर और पाली में।
- प्रशिक्षण प्राप्त करने के बाद उम्मीदवार न सिर्फ स्थानीय स्तर पर बल्कि देशभर की गारमेंट कंपनियों में भी काम कर सकते हैं।
🚀 भविष्य की संभावनाएँ
- ई-कॉमर्स और डिजिटल प्लेटफॉर्म – आजकल Amazon, Flipkart और Meesho जैसे प्लेटफॉर्म पर कपड़े बेचकर घर से ही अच्छा मुनाफा कमाया जा सकता है।
- निर्यात (Export) – प्रशिक्षित गारमेंट चेकर और सिलाई विशेषज्ञों की मांग विदेशों तक रहती है।
- स्वयं का उद्यम (Entrepreneurship) – सिर्फ 60 दिन का यह प्रशिक्षण युवाओं को इतना आत्मनिर्भर बना देता है कि वे छोटा बुटीक, दर्जी की दुकान या सिलाई केंद्र खोल सकते हैं।
📌 निष्कर्ष
Rajasthan Computer Education Center, Khajuwala उन युवाओं और महिलाओं के लिए एक सुनहरा अवसर है जो रोजगार या आत्मनिर्भरता की तलाश में हैं।
सिर्फ 60 दिन का प्रशिक्षण आपके जीवन को नई दिशा दे सकता है।
👉 यदि आपकी आयु 18 से 40 वर्ष के बीच है और आप टेक्सटाइल सेक्टर में करियर बनाना चाहते हैं, तो यह योजना आपके लिए बनी है।
यह केंद्र न केवल आपको कौशल और आत्मनिर्भरता देगा बल्कि आपके भविष्य को सुरक्षित और उज्ज्वल बनाने में भी मदद करेगा।
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