सितंबर 2025 का आखिरी Chandra Grahan (Lunar Eclipse 2025) भारत समेत पूरी दुनिया के लिए धार्मिक और खगोल विज्ञान दोनों दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण है। खासकर हिंदू धर्म में Sutak Kaal (सूतक काल) का विशेष महत्व है, क्योंकि इसे धार्मिक कार्यों और पूजा-पाठ से जुड़ा माना जाता है। इस ब्लॉग में हम आपको Chandra Grahan 2025 Date, Time, Sutak Kaal, Visibility in India और इससे जुड़े ज्योतिषीय प्रभावों के बारे में विस्तार से बताएंगे।
Chandra Grahan 2025 Date and Time in India

भारत में चंद्र ग्रहण 7 सितंबर 2025 (रविवार) को लगेगा। यह साल का आखिरी Partial Lunar Eclipse (आंशिक चंद्र ग्रहण) होगा।
- ग्रहण शुरू होने का समय: रात 07:12 बजे
- ग्रहण चरम पर: रात 08:40 बजे
- ग्रहण समाप्त होने का समय: रात 10:19 बजे
➡️ कुल अवधि लगभग 3 घंटे 7 मिनट की होगी।
Sutak Kaal की टाइमिंग
हिंदू परंपरा के अनुसार, सूतक काल (Sutak period) ग्रहण शुरू होने से 9 घंटे पहले शुरू हो जाता है।
- Sutak Kaal Start: सुबह 10:12 बजे (7 सितंबर 2025)
- Sutak Kaal End: रात 10:19 बजे (ग्रहण समाप्त होते ही)
👉 इस दौरान धार्मिक कार्य, पूजा-पाठ, भोजन, मंदिर दर्शन और शुभ कार्य वर्जित माने जाते हैं।
Where Will Chandra Grahan 2025 Be Visible?
यह Partial Lunar Eclipse 2025 भारत समेत एशिया, यूरोप, अफ्रीका और ऑस्ट्रेलिया के कुछ हिस्सों से दिखाई देगा।
- India Visibility: साफ आसमान की स्थिति में पूरे देश से आंशिक चंद्र ग्रहण देखा जा सकेगा।
- Other Countries: Nepal, Sri Lanka, Bangladesh, Pakistan और Gulf Countries से भी यह ग्रहण दिखाई देगा।
Chandra Grahan 2025 Religious Beliefs in India
हिंदू धर्म में ग्रहण को शुभ नहीं माना जाता। ग्रहण के दौरान और सूतक काल में कुछ धार्मिक नियम पालन करने चाहिए:
- गर्भवती महिलाओं को बाहर निकलने की मनाही रहती है।
- इस समय भोजन, पानी और पकाए गए खाने को ढक कर रखना चाहिए।
- पूजा-पाठ और मूर्ति स्पर्श वर्जित माना जाता है।
- तुलसी पत्र को खाने में रखने से उसका नाश नहीं होता।
- ग्रहण खत्म होते ही स्नान और दान करने की परंपरा है।
Astrology Impact of Lunar Eclipse 2025
Chandra Grahan 2025 Astrology के अनुसार, यह ग्रहण कई राशियों पर प्रभाव डालेगा।
- मेष और सिंह राशि: मानसिक तनाव बढ़ सकता है।
- वृषभ और मकर राशि: आर्थिक लाभ की संभावना।
- मिथुन और कन्या राशि: स्वास्थ्य का ध्यान रखें।
- कर्क और कुंभ राशि: परिवार में हल्का विवाद संभव।
- धनु और मीन राशि: करियर और नौकरी में सकारात्मक बदलाव।
Scientific Importance of Chandra Grahan 2025
वैज्ञानिक दृष्टि से, चंद्र ग्रहण तब होता है जब पृथ्वी सूर्य और चंद्रमा के बीच आ जाती है और उसकी छाया चंद्रमा पर पड़ती है। यह खगोलीय घटना पृथ्वी की गति और अंतरिक्षीय संतुलन को समझने में मदद करती है।
- यह ग्रहण Partial Eclipse होगा, यानी चंद्रमा का केवल एक हिस्सा पृथ्वी की छाया से ढकेगा।
- वैज्ञानिकों और खगोलविदों के लिए यह अवसर Moon Surface Observation के लिए खास होता है।
Things to Do During Chandra Grahan 2025
ग्रहण काल में कुछ कार्यों को विशेष रूप से करने की सलाह दी जाती है:
- मंत्र जाप और ध्यान करना।
- तुलसी और कुशा का उपयोग करना।
- ग्रहण खत्म होने के बाद स्नान और दान।
- गर्भवती महिलाएं सावधानी बरतें।
- बच्चे और बुजुर्ग घर के अंदर रहें।
Precautions During Sutak Kaal
- कोई नया कार्य शुरू न करें।
- भोजन और पानी ढक कर रखें।
- मंदिरों के कपाट बंद रहते हैं।
- ग्रहण के बाद गंगाजल से शुद्धिकरण करें।
निष्कर्ष
Chandra Grahan 2025 Date, Time और Sutak Kaal भारत में धार्मिक और वैज्ञानिक दोनों दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण है। यह न सिर्फ एक खगोलीय घटना है, बल्कि आस्था और परंपरा से भी जुड़ा हुआ है। इसलिए ग्रहण के दौरान सावधानी बरतें, धार्मिक नियमों का पालन करें और ग्रहण के बाद स्नान-दान कर सकारात्मक ऊर्जा प्राप्त करें।
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