पिता: वो छांव जो हमेशा सिर पर रहती है

 बचपन में पिता का साथ: छाया नहीं, शक्ति बचपन में जब हम पहली बार गिरते हैं और रोने लगते हैं, तब माँ हमें गोद में उठा लेती है, लेकिन पिता… वो थोड़ी दूर खड़े रहकर मुस्कुराते हैं और कहते हैं – “उठ जा बेटा, तू गिरने के लिए नहीं बना।”ये बात हम उस वक्त नहीं … Read more

 बचपन छीना तो भविष्य कैसा?बाल श्रम के खिलाफ एक बड़ी पहल की जरूरत

“बचपन सपनों का नाम है, ना कि बोझ उठाने का। बाल मजदूरी किसी बच्चे की किस्मत नहीं हो सकती, यह एक समाजिक अपराध है।”आज जब हम विज्ञान, तकनीक और शिक्षा में प्रगति का उत्सव मना रहे हैं, तब हमारे ही देश की गलियों, चौराहों और ढाबों पर कई मासूम बच्चे ऐसे भी हैं जिनके हाथों … Read more

“रिश्तों में उलझनें और सोच में गिरावट – आज का सबसे बड़ा नैतिक पतन!”

भारत में हाल ही में घटी एक सनसनीखेज़ घटना ने पूरे समाज को भीतर से झकझोर दिया — एक महिला ने अपने प्रेमी के साथ मिलकर अपने पति की हत्या कर दी। यह घटना जितनी चौंकाने वाली है, उससे कहीं अधिक विचारणीय है इसकी पृष्ठभूमि — क्या यह सिर्फ एक आपराधिक मामला है, या इसके … Read more

📰 बच्चों को चाहिए आपका वक्त और विश्वास: एक अनदेखी ज़रूरत

आज की तेज़ रफ्तार जिंदगी में हम हर चीज़ के लिए समय निकाल लेते हैं — नौकरी, सोशल मीडिया, ट्रैफिक, मीटिंग्स और मनोरंजन, लेकिन जिस एक सबसे महत्वपूर्ण जिम्मेदारी को अक्सर अनजाने में नजरअंदाज कर देते हैं, वो हैं हमारे बच्चे। बच्चों को सिर्फ अच्छी स्कूलिंग, खिलौने और मोबाइल फोन नहीं चाहिए — उन्हें चाहिए … Read more

📊 “देर करना ना-इंसाफी है” – अगली जनगणना की अनदेखी पर उठते गंभीर सवाल

साल 2025, भारत जैसे विविधता-भरे देश के लिए एक ऐसा मोड़ है जहाँ आधिकारिक जनगणना की अनुपस्थिति न केवल नीतियों की सटीकता को प्रभावित कर रही है, बल्कि सामाजिक न्याय, विकास योजनाओं और संसाधन आवंटन पर भी गहरा असर डाल रही है। 🧭 पृष्ठभूमि: आखिरी जनगणना कब हुई थी? 🔍 देर के गंभीर नतीजे 1. … Read more

ओलंपिक महाशक्ति बनने के लिए हर खेल में भागीदारी जरूरी: अब भी आधे से कम स्पर्धाओं में उतरता है भारत

जब से भारत ने ओलंपिक 2036 की मेजबानी की इच्छा जताई है, तब से एक सवाल पूरे देश में गूंज रहा है- क्या हम सिर्फ ओलंपिक की मेजबानी की तैयारी कर रहे हैं या पदक जीतने का सपना भी सच करने निकले हैं? पिछले एक दशक में भारत सरकार ने ओलंपिक खेलों को लेकर कई … Read more