Nobel Peace Prize 2025: Donald Trump, Elon Musk, Imran Khan, Zelenskyy और अन्य दावेदारों के बीच कौन जीतेगा शांति का नोबेल?

Nobel Peace Prize 2025 का महा इंतज़ार

हर साल की तरह इस बार भी दुनिया की नज़रें Norwegian Nobel Committee पर टिकी हुई हैं। लेकिन 2025 का Nobel Peace Prize पिछले सभी वर्षों से ज्यादा विवादों से घिरा हुआ है।
इस बार चर्चा के केंद्र में हैं — US President Donald Trump, जिन्होंने हाल ही में Israel-Hamas ceasefire और कई अंतरराष्ट्रीय संघर्षों में मध्यस्थता की है।

दूसरी ओर Elon Musk, Imran Khan, Volodymyr Zelenskyy, Pope Francis और Yulia Navalnaya जैसे नाम भी चर्चा में हैं। सवाल सिर्फ इतना है — क्या ट्रंप इस बार सच में शांति का नोबेल जीत पाएंगे?


Nobel Peace Prize 2025 — कब और कहाँ होगा ऐलान?

Nobel Peace Prize 2025: Donald Trump, Elon Musk, Imran Khan, Zelenskyy और अन्य दावेदारों के बीच कौन जीतेगा शांति का नोबेल?
Nobel Peace Prize 2025: Donald Trump, Elon Musk, Imran Khan, Zelenskyy और अन्य दावेदारों के बीच कौन जीतेगा शांति का नोबेल?
  • तारीख: 10 अक्टूबर 2025
  • स्थान: Oslo, Norway
  • समय: भारतीय समयानुसार दोपहर के बाद (IST)
  • पुरस्कार राशि: 11 मिलियन स्वीडिश क्राउन (लगभग ₹8.6 करोड़)

ओस्लो में होने वाले इस ऐलान के लिए दुनियाभर के पत्रकार, राजनीतिक विश्लेषक और शांति कार्यकर्ता बेसब्री से इंतज़ार कर रहे हैं।


Donald Trump — “The Peacemaker or The Politician?”

Donald Trump ने इस साल खुद को Nobel Peace Prize के सबसे बड़े दावेदार के रूप में पेश किया है।
उनके समर्थकों का दावा है कि उन्होंने “ended more wars than he started” यानी जितनी जंगें शुरू नहीं कीं, उससे ज्यादा खत्म करवाई हैं।

Israel-Hamas Ceasefire: Trump की सबसे बड़ी उपलब्धि

2025 की शुरुआत में Trump Administration ने Israel और Hamas के बीच ceasefire deal करवाई।
यह दो साल लंबा युद्ध था जिसमें हजारों लोगों की जानें गईं। ट्रंप ने अपने 20-पॉइंट पीस प्लान के जरिए दोनों देशों को बातचीत की मेज पर लाया।

“Everyone says I should get the Nobel Peace Prize. I ended seven wars.”
— Donald Trump, United Nations Speech 2025

Trump की “Eight Wars” Theory

ट्रंप का दावा है कि उन्होंने 8 प्रमुख संघर्षों को खत्म किया या कम किया:

  1. Israel – Hamas
  2. Iran – Israel
  3. India – Pakistan
  4. Cambodia – Thailand
  5. Kosovo – Serbia
  6. Egypt – Ethiopia
  7. Rwanda – DRC
  8. Armenia – Azerbaijan

हालांकि कुछ सौदे अभी नाज़ुक स्थिति में हैं, लेकिन कई देशों के नेताओं ने ट्रंप के प्रयासों की सराहना की है।

Supporters और Nominations

  • Benjamin Netanyahu (Israel PM)
  • Hun Manet (Cambodia PM)
  • Anwar Ibrahim (Malaysia PM)
  • Nikol Pashinyan & Ilham Aliyev (Armenia–Azerbaijan Leaders)

Critics क्या कहते हैं?

ट्रंप के आलोचकों का कहना है कि:

  • उनकी नीतियों में सैन्य दखल भी शामिल था।
  • उन्होंने Iran, Yemen और Somalia पर air strikes किए।
  • Peace efforts अक्सर political gain के लिए इस्तेमाल हुए।

फिर भी यह बात तय है कि उन्होंने विश्व राजनीति को झकझोर दिया है।


Elon Musk — “Peace Through Communication” Musk की Nomination Story

Elon Musk, दुनिया के सबसे प्रभावशाली टेक अरबपति, को Slovenian MEP Branko Grims ने नामांकित किया है।
उनके अनुसार Musk ने “freedom of speech” के लिए लड़ाई लड़ी और “peace through communication” को बढ़ावा दिया।

xTwitter और Free Speech Movement

Musk ने सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म X (पूर्व में Twitter) को अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का गढ़ बनाया।
उनका मानना है कि “खुली बातचीत ही असली लोकतंत्र की नींव है।”

कई विशेषज्ञ मानते हैं कि डिजिटल युग में “Freedom of Speech = Freedom for Peace।”


Anwar Ibrahim — एशिया का शांति संदेशवाहक

Malaysia के प्रधानमंत्री Anwar Ibrahim को “regional peace और non-coercive diplomacy” के लिए नामांकित किया गया है।
उन्होंने Thailand और Cambodia के बीच संघर्ष में मध्यस्थता कर शांति बहाल की।
उनके प्रयासों ने दक्षिण-पूर्व एशिया में एक नई कूटनीति की मिसाल पेश की।


Imran Khan — “Democracy Behind Bars”

Khan की Nomination

Former Pakistan PM Imran Khan इस समय जेल में हैं, लेकिन उन्हें Pakistan World Alliance और Norway’s Partiet Sentrum Party ने नामांकित किया है।
उनका नाम human rights और democracy के लिए संघर्ष के प्रतीक के रूप में उभरा है।

Global Sympathy Wave

उनकी गिरफ्तारी के बाद दुनियाभर में विरोध और समर्थन दोनों दिखा।
कई लोगों का मानना है कि “Imran Khan represents peace through justice.”


Volodymyr Zelenskyy — “The Warrior of Peace”

Ukraine के राष्ट्रपति Zelenskyy 2022 से रूस के खिलाफ युद्ध में देश का नेतृत्व कर रहे हैं।
उन्होंने हार नहीं मानी और पूरी दुनिया को “resilience” का संदेश दिया।
उनका नाम अभी भी bookmakers की लिस्ट में टॉप पर है।

“Peace cannot exist without resistance.” — Zelenskyy


Yulia Navalnaya — “Courage After Tragedy”

रूस के विपक्षी नेता Alexei Navalny की मृत्यु के बाद उनकी पत्नी Yulia Navalnaya लोकतंत्र और मानवाधिकारों की आवाज़ बनकर उभरीं।
उनकी बहादुरी और नेतृत्व ने उन्हें इस साल के सबसे भावनात्मक उम्मीदवारों में शामिल किया है।


अन्य संभावित दावेदार

Pope Francis (Posthumous)

  • “Peace and Fraternity among nations” के लिए नॉर्वेजियन सांसद द्वारा नामांकित।
  • लेकिन Nobel Committee ने अब तक कोई posthumous पुरस्कार नहीं दिया है।

Doctors Without Borders (MSF)

  • Gaza और Sudan में मानवता की सेवा के लिए जाना गया।
  • 15 कर्मचारियों की मौत के बावजूद राहत कार्य जारी रखा।

Committee to Protect Journalists (CPJ)

  • Israel-Gaza युद्ध के दौरान record journalist deaths की रिपोर्ट जारी की।
  • “Freedom of Press = Freedom of Truth” की भावना को जीवित रखा।

UNHCR, UNRWA, ICC, ICJ

  • दुनिया के सबसे बड़े मानवीय संगठनों में शामिल,
  • Refugee protection, war crime trials और human rights पर काम करने वाले।

Nobel Committee के सामने चुनौती

Norwegian Nobel Committee इस बार एक बहुत कठिन निर्णय के सामने है।
उन्हें तय करना है कि “शांति” का अर्थ केवल युद्ध रोकना है या लोकतंत्र और स्वतंत्रता को बचाना भी।

क्या राजनीतिक हस्तियों को शांति पुरस्कार देना उचित?

इतिहास गवाह है —

  • Henry Kissinger (1973) — Vietnam War के बावजूद पुरस्कार मिला।
  • Barack Obama (2009) — Peace Vision के लिए मिला, भले ही युद्ध जारी था।
  • Aung San Suu Kyi (1991) — बाद में Rohingya विवाद में घिरीं।

इसलिए Nobel Committee अक्सर “peace through paradox” की नीति पर चलती है।


World Reaction — Twitter से Oslo तक

Donald Trump ने खुद सोशल मीडिया पर लिखा:

“If I were named Obama, I’d have won the Nobel Prize in 10 seconds.”

Eylon Levy, Brian Mast जैसे नेताओं ने खुलकर कहा कि “Trump deserves it more than anyone.”

दूसरी ओर, critics का कहना है कि यह “Peace for Politics” है, न कि “Politics for Peace।”


Expert View — कौन है सबसे योग्य?

उम्मीदवारयोग्यताकमजोरियाँ
Donald Trump8 देशों में ceasefire और diplomacyसैन्य हस्तक्षेप और विवाद
Elon MuskFree Speech और Communication Peaceराजनीतिक अनुभव की कमी
Imran KhanDemocracy & Human Rightsजेल में बंद, सीमित प्रभाव
ZelenskyyResilience & Leadershipजारी युद्ध
Yulia NavalnayaCourage for Democracyनया नेतृत्व
Pope FrancisUniversal Peace LegacyPosthumous ban

Nobel Peace Prize 2025 Prediction — कौन जीतेगा?

विशेषज्ञों के अनुसार:

  • Donald Trump (40% संभावना)
  • Yulia Navalnaya (25%)
  • Elon Musk (15%)
  • Anwar Ibrahim (10%)
  • Imran Khan (5%)
  • Others (5%)

अगर Trump जीतते हैं तो यह इतिहास का सबसे विवादास्पद Nobel Peace Prize होगा।
अगर Yulia Navalnaya जीतती हैं, तो यह लोकतंत्र और साहस की जीत होगी।


निष्कर्ष — शांति की परिभाषा बदलने का साल

Nobel Peace Prize सिर्फ एक पुरस्कार नहीं है, यह दुनिया को यह सोचने पर मजबूर कर रहा है कि “Peace” का मतलब क्या है —
क्या यह युद्ध रोकना है, या सत्य बोलने की हिम्मत रखना?

Donald Trump की दावेदारी एक राजनीतिक कहानी है,
Yulia Navalnaya की उम्मीद एक मानव कहानी,
और Elon Musk का विचार एक डिजिटल शांति का दर्शन।

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