भारत और पाकिस्तान के बीच आतंकवाद को लेकर चल रही तनातनी में अब Op Sindoor ने नई हलचल पैदा कर दी है। लश्कर-ए-तैयबा के कमांडर कासिम ने कैमरे पर आकर इस सच को स्वीकार किया है कि भारतीय सेना के Op Sindoor में पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के मुरिदके स्थित लश्कर का मुख्यालय तबाह हुआ था। यह खुलासा न केवल पाकिस्तान सरकार की झूठी बयानबाजी को उजागर करता है, बल्कि भारत की आतंकवाद के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की पुष्टि भी करता है।
ऑपरेशन सिंदूर क्या है?
Op Sindoor भारतीय सेना का वह विशेष अभियान है जिसके तहत 7 मई 2025 को पाकिस्तान और पीओके में छिपे कई आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया गया।
- इस ऑपरेशन में Jaish-e-Mohammed, Lashkar-e-Taiba और Hizbul Mujahideen के कई ठिकाने नष्ट किए गए।
- मुख्य लक्ष्य था पाकिस्तान में पल रहे आतंकवाद के नेटवर्क को जड़ से खत्म करना।
Op Sindoor भारत की खुफिया एजेंसियों की सटीक योजना और तकनीकी क्षमता का प्रमाण है।
लश्कर कमांडर कासिम का कबूलनामा
वीडियो में कबूला सच
सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे वीडियो में लश्कर-ए-तैयबा का कमांडर कासिम मुरिदके के मरकज तैयबा के खंडहरों के बीच खड़ा होकर कहता है –
“मैं मुरिदके में मरकज तैयबा के खंडहरों पर खड़ा हूं, जो भारतीय हमले में नष्ट हो गया था। अब इसका पुनर्निर्माण हो रहा है। अल्लाह की रहमत से यह मस्जिद पहले से बड़ी बनेगी।”
यह बयान पाकिस्तान के उस दावे को खारिज करता है जिसमें कहा गया था कि भारतीय हमले से कोई नुकसान नहीं हुआ।
आतंक का नया ठिकाना बनने की कोशिश
कासिम ने यह भी स्वीकार किया कि इस जगह पर दौरा-ए-सुफ्फा नामक आतंकी प्रशिक्षण कार्यक्रम चलाया जा रहा है। इस कार्यक्रम में मुजाहिदीन और छात्र शामिल होते हैं जिन्हें धार्मिक कट्टरता और आतंक की ट्रेनिंग दी जाती है।
पाकिस्तान की पोल खुली
सरकार और सेना की मिलीभगत
कासिम का बयान यहीं खत्म नहीं होता। एक अन्य वीडियो में लश्कर का उप प्रमुख सैफुल्लाह कसूरी कहता है कि पाकिस्तान सरकार और सेना ने इस शिविर को दोबारा बनाने के लिए पैसे मुहैया कराए हैं।
- पाकिस्तान लंबे समय से अंतरराष्ट्रीय मंचों पर यह कहता रहा है कि उसकी जमीन पर आतंकवाद को कोई सहारा नहीं दिया जाता।
- लेकिन यह बयान साफ करता है कि पाकिस्तान की सरकार और सेना आतंकी संगठनों को वित्तीय मदद दे रही है।
अंतरराष्ट्रीय मंच पर असर
यह खुलासा संयुक्त राष्ट्र और एफएटीएफ (Financial Action Task Force) जैसे अंतरराष्ट्रीय संगठनों पर दबाव बढ़ाएगा। पाकिस्तान पहले से ही ग्रे लिस्ट में रह चुका है और अब इस तरह के सबूत उसे एक बार फिर कटघरे में खड़ा कर सकते हैं।
ऑपरेशन सिंदूर की रणनीति
कई ठिकानों पर एक साथ हमला
7 मई को भारतीय सेना ने एक ही रात में कई आतंकी ठिकानों को तबाह किया।
- बहावलपुर में जैश-ए-मोहम्मद का मुख्यालय
- सियालकोट में हिज्बुल मुजाहिदीन का ठिकाना
- बारनाला और मुजफ्फराबाद में लश्कर के ठिकाने
यह कार्रवाई सर्जिकल स्ट्राइक और बालाकोट एयर स्ट्राइक से कहीं बड़े पैमाने पर की गई थी।
आधुनिक तकनीक का इस्तेमाल

इस ऑपरेशन में सटीक लोकेशन ट्रैकिंग, उपग्रह निगरानी और ड्रोन तकनीक का इस्तेमाल किया गया। भारतीय सेना ने बिना अपने किसी जवान को नुकसान पहुंचाए यह मिशन सफलतापूर्वक अंजाम दिया।
भारत की बड़ी उपलब्धि
आतंकवाद पर सीधी चोट
कासिम के कबूलनामे से साफ है कि Op Sindoor ने पाकिस्तान में पल रहे आतंकवाद पर सीधी चोट की है। यह भारत की रक्षा नीति की बड़ी जीत है।
घरेलू और अंतरराष्ट्रीय संदेश
भारत ने दुनिया को दिखाया है कि वह अपनी सुरक्षा के साथ कोई समझौता नहीं करेगा। यह संदेश न केवल पाकिस्तान बल्कि उन देशों के लिए भी है जो आतंकवाद को परोक्ष रूप से मदद करते हैं।
निष्कर्ष
Op Sindoor सिर्फ एक सैन्य कार्रवाई नहीं बल्कि भारत की राष्ट्रीय सुरक्षा नीति का मजबूत उदाहरण है। लश्कर कमांडर कासिम का कैमरे पर दिया गया बयान पाकिस्तान की झूठी कहानियों को उजागर करता है।
पाकिस्तान को अब यह समझना होगा कि आतंकवाद को बढ़ावा देने की उसकी नीति न सिर्फ उसे अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अलग-थलग करेगी बल्कि उसकी अपनी सुरक्षा और अर्थव्यवस्था पर भी गहरा असर डालेगी।
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