Samay Shrivastava Success Story: Bhopal से Oman तक का अद्भुत क्रिकेट सफर

भोपाल के युवा क्रिकेटर Samay Shrivastava ने अपने जुनून और मेहनत से यह साबित कर दिया कि सपनों की कोई सीमा नहीं होती। 28 साल की उम्र में नया देश चुनकर उन्होंने Oman की नेशनल टीम तक का सफर तय किया और भारतीय क्रिकेटरों के लिए नई प्रेरणा पेश की। उनकी यह अद्भुत कहानी संघर्ष, हौसले और लगातार मेहनत की मिसाल है, जो हर खिलाड़ी और युवा को बड़ा सपना देखने और उसे पूरा करने का साहस देती है।


क्रिकेट का जुनून और Oman जाने का बड़ा फैसला

बचपन का सपना – India के लिए खेलना

Samay Shrivastava के पिता राजकुमार श्रीवास्तव हमेशा चाहते थे कि उनका बेटा India के लिए खेले। उन्होंने मध्यप्रदेश की अंडर-एज ग्रुप टीमों में क्रिकेट खेला और Suryakumar Yadav और Kuldeep Yadav जैसे खिलाड़ियों के खिलाफ मुकाबले किए।

Oman का नाम भी नहीं पता था

Samay Shrivastava बताते हैं कि उन्हें शुरू में Oman नाम का देश तक नहीं पता था। उनके कोच Jyoti Prakash Tyagi ने उन्हें वहां जाने की सलाह दी। लेकिन परिवार को विदेश भेजने में दो साल तक समझाना पड़ा।

2019 में लिया बड़ा कदम

आखिरकार 2019 में Samay Shrivastava ने Oman जाने का फैसला लिया। शुरू में उन्हें सिर्फ तीन महीने का विजिट वीज़ा मिला, लेकिन अपनी leg-break bowling और बल्लेबाजी से उन्होंने वहां के क्रिकेट क्लब को प्रभावित किया। इसके बाद उन्हें वर्क वीज़ा मिला और उन्होंने तीन साल तक घरेलू क्रिकेट खेला।


International Cricket में एंट्री और उपलब्धियां

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2022 में डेब्यू

तीन साल की कड़ी मेहनत के बाद Samay Shrivastava ने नवंबर 2022 में Saudi Arabia के खिलाफ T20I में डेब्यू किया। इसके बाद वे Oman cricket team के लिए अहम ऑलराउंडर बन गए।

India के खिलाफ पहला बड़ा मुकाबला

Samay Shrivastava Success Story: Bhopal से Oman तक का अद्भुत क्रिकेट सफर
Samay Shrivastava Success Story: Bhopal से Oman तक का अद्भुत क्रिकेट सफर

Samay Shrivastava ने 2024 में India A के खिलाफ मैच खेला था, लेकिन 19 सितंबर 2025 का Asia Cup 2025 India vs Oman match उनका पहला सीनियर टीम के खिलाफ मुकाबला होगा। यह मैच Abu Dhabi में खेला जाएगा और Samay के लिए यह खास होगा क्योंकि वे भारत के खिलाफ अपने प्रदर्शन से सभी को जवाब देना चाहते हैं।


पिता का सपना और परिवार का सहयोग

Samay Shrivastava के पिता 2013 में कैंसर से लड़ते हुए दुनिया से चले गए। उस समय Samay Shrivastava वेस्ट ज़ोन की Vizzy Trophy के लिए चयनित थे। उन्होंने पिता की याद में वह टूर्नामेंट खेला। उनकी मां रेखा श्रीवास्तव, कोच और परिवार ने हर मुश्किल समय में उनका साथ दिया।


India के खिलाफ खेलने की भावनाएं

Samay Shrivastava कहते हैं –

“मैंने हमेशा India के लिए खेलने का सपना देखा था, लेकिन किस्मत ने मुझे Oman तक पहुंचाया। अब India के खिलाफ खेलना मेरे लिए एक बड़ा मौका है। मैं अपना 200% दूंगा।”

उनके परिवार और दोस्त अब Oman cricket team को सपोर्ट करेंगे, लेकिन Samay के दिल में India के लिए सम्मान हमेशा रहेगा।


कोच और साथी खिलाड़ियों की प्रतिक्रिया

उनके कोच Jyoti Prakash Tyagi कहते हैं –

“Samay का सपना India के लिए खेलना था, लेकिन अब Oman के लिए India के खिलाफ खेलना उनके लिए गर्व का पल है। यह अनुभव उन्हें और बेहतर खिलाड़ी बनाएगा।”


निष्कर्ष – संघर्ष से सफलता तक का सफर

Samay Shrivastava की कहानी यह बताती है कि सपनों को पाने के लिए देश की सीमाएं मायने नहीं रखतीं। 28 साल की उम्र में नया देश चुनना और वहां अंतरराष्ट्रीय क्रिकेटर बनना आसान नहीं था। लेकिन उनकी मेहनत और लगन ने उन्हें Oman cricket team का मुख्य खिलाड़ी बना दिया।

अब सबकी निगाहें 19 सितंबर 2025 को होने वाले Asia Cup 2025 India vs Oman match पर होंगी, जहां Samay Shrivastavaअपने शानदार प्रदर्शन से सबका दिल जीतने के लिए तैयार हैं।

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